लोक सभा के छठे चरण से पहले डेरा सच्चा सौदा ने राम रहीम के अनुयायियों और समर्थकों से भी अपील की है कि इस लोकसभा चुनाव वो बीजेपी को ही वोट दें। इससे पहले भी विधानसभा चुनावों में डेरा सच्चा सौदा ने बीजेपी को ही अपना समर्थन दिया था।
डेरा सच्चा सौदा के अनुसार दुनियाभर में उसके 5 करोड़ से अधिक अनुयायी हैं। शुक्रवार को चुनाव प्रचार खत्म होते ही डेरा ने 15 सदस्यीय कमेटी को चुनाव ड्यूटी के लिए नियुक्त कर दिया। हरियाणा की सभी 10 सीटों अंबाला, कुरूक्षेत्र, सिरसा, हिसार, करनाल, सोनीपत, रोहतक, भिवानी-महेंद्रगढ़, गुड़गांव और फरीदाबाद में शनिवार, 25 मई को मतदान होगा।
4 साल में 9 बार मिली पैरोल से मचा बवाल ?
गौरतलब है कि दुष्कर्म के मामले में दोषी पाए जाने के बाद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को न्यायालय ने 20 साल जेल की सजा सुनाई थी। 2017 में हरियाणा के पंचकुला में एक विशेष सीबीआई अदालत ने गुरमीत राम रहीम सिंह को दो महिलाओं के साथ बलात्कार का दोषी पाया था।
इसके बाद हत्या के दो अलग-अलग मामलों में भी दोषी ठहराए जाने के बाद 2019 और 2021 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। हालांकि पिछले चार वर्षों में राम रहीम सिंह को 9 बार पैरोल मिल चुकी है, इसी वर्ष जनवरी में वो 50 दिनों की पैरोल पर बाहर आया था। हालांकि राम रहीम को बार-बार पैरोल मिलने पर काफी हंगामा भी हुआ और राज्य सरकार को आलोचना का भी सामना करना पड़ा।
खासकर लोकसभा चुनाव से पहले जनवरी, 2024 में पैरोल दिए जाने को लेकर काफी आलोचना हुई, जिसके बाद पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने सरकार को निर्देश दिया कि वह अदालत के आदेश के बिना बलात्कार के दोषी को और पैरोल देने से परहेज करे।
हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार से कहा, राम रहीम की पैरोल पर बिना अनुमति विचार न करें, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गुरमीत सिंह संधवालिया और न्यायमूर्ति लपिता बनर्जी की खंडपीठ ने कहा कि राम रहीम को 2022 और 2023 में, प्रत्येक में 91 दिनों के लिए रिहा किया गया था। यह तीन मामलों में दोषी ठहराए गए राम रहीम की पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए ‘दिलचस्प रीडिंग’ है।