बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ के छात्रों सुरक्षा कर्मियों द्वारा कथित रूप से पीटने और अंबेडकर जयंती नहीं मनाने देने को लेकर आकाश आनंद ने भाजपा को घेरा।
लखनऊ में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ, में भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर जहां एक तरफ़ छत्रों में रोष है वहीं अब राजनीति गलियारे में भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा तेज गयी है।
बहुजन समाज पार्टी के कोअर्डिनेटर आकाश आनंद ने इसे लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर तीखा हमला किया और पूछा कि आखिर किसके इशारे पर दलित छात्रों पर जुल्म किया जा रहा है ?
आकाश आनंद ने कहा आज अंबेडकर का इतिहास मिटाना चाहते है, ये जातिवादी मानसिकता से ग्रसित है। जो अंबेडकर जयंती नहीं मनाने दिया, अनुसूचित समुदाय के बच्चों के साथ आज भी भेद भाव करते है! तो ऐसे को लोगो को वोट कभी देना।
सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, ‘संविधान की कसम खाते हैं, बाबा साहेब के नाम की माला जपते हैं, लेकिन हक़ीक़त में ये बाबा साहब का इतिहास मिटाना चाहते है। वोट के लिए दलितों के घर जाकर खाना खाते हैं, ये सारी नौटंकी करने वाली भाजपा की सरकार में दलित छात्रों के साथ कितना भेदभाव किया जा रहा है?’
दरअसल, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ में अंबेडकर जयंती के लिए छात्रों ने डीजे की परमिशन माँगी थी लेकिन उन्हें नहीं मिली जबकि राम नवमी के दिन कथित रूप से परिसर में डीजे बज रहा था। इसी बात को लेकर छात्रो ने शिकायत करने के लिए वीसी आवास गये थे।
निजी सुरक्षा गार्ड द्वारा छात्रो में झड़प हुआ और गार्डों द्वारा छात्रो को पीटने का आरोप है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है देखने को मिल जाएगा। इसी बात को लेकर कई दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों पर प्रशासन ने शांति भंग की कार्रवाई करते हुए 23 छात्रों को तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है ।