मध्य प्रदेश के सागर जिले में अपनी बहन के यौन उत्पीड़न का विरोध करने पर 18 वर्षीय दलित युवक को कथित तौर पर ऊंची जाति के लोगों द्वारा पीट-पीटकर मार डालने के महीनों बाद, रविवार को महिला की कथित तौर पर अपने चाचा के शव को ले जा रही एंबुलेंस से गिरने से मौत होने की खबर सामने आयी है।
उसकी मौत के बाद विपक्षी कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसने राज्य की भाजपा सरकार को “दलित विरोधी” करार दिया और सागर जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की।
इण्डियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक़ पिछले साल अगस्त में, महिला के भाई की हत्या कर दी गई थी और उसके घर के कुछ हिस्सों को कथित तौर पर ऊंची जाति के लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था।
पुलिस के अनुसार, आरोपी महिला को 2019 में उनके खिलाफ दर्ज छेड़छाड़ के मामले को वापस लेने और राजीनामा पर हक्षताक्षर के लिये दबाव बनाया जा रहा था।पुलिस ने बताया कि शनिवार को पुरानी रंजिश के चलते कुछ लोगों ने महिला के चाचा की पीट-पीटकर हत्या कर थी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सिन्हा ने बताया, “खुरई थाना क्षेत्र में दो समूहों के बीच हुई झड़प में लगी चोटों के कारण उनकी (चाचा की) मौत हो गई।” यह पूछे जाने पर कि क्या पुराने मामले में समझौते के दबाव के कारण चाचा की हत्या की गई, सिन्हा ने कहा, “जांच के दौरान सभी तथ्य सामने आ जाएंगे, अभी कुछ नहीं कह सकते है।”
हालांकि, मृतक के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि आरोपी महिला के चाचा पर केस वापस लेने के लिए दबाव बना रहे थे। मृतक महिला के एक अन्य भाई ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हम पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन हमने केस वापस नहीं लिया। हमारे भाई की हत्या कर दी गई और हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते थे… फिर उन्होंने शनिवार को हमारे चाचा को मार डाला। मेरी बहन और चाचा के माता-पिता शव को एम्बुलेंस में लेकर सागर से निकले थे, तभी वह वैन से गिर गई।” महिला के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि एम्बुलेंस का दरवाजा खुला रहने के कारण उसकी मौत हो गई।
वहीं घटना को लेकर राजनैतिक सियासत भी होने लगी है। घटना को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर बीजेपी को दलित और महिला विरोधी बताया । जबक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पीड़ितों से मिलने पहुंचे और घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग की । उन्होंने फोन से पीड़ित परिवार की राहुल गांधी से चर्चा कराई ।
कैसे शुरू हुआ हत्या का शिलशिला
मध्य प्रदेश के सागर में करीब 9 महीने पहले एक दलित महिला के साथ कुछ ऊँची जाति वाले सत्त समर्थक बाहुबलियों ने छेड़ -छाड़ और कथित यौन उत्पीड़न किया था। जिसके विरोध उसके भाई ने किया था । इसपर दबंगों ने पीड़िता के भाई लालू की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। जिसका मामला चल रहा था।
घटना के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए कांग्रेस ने लिखा –
- “आपके (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) जंगलराज में सरेआम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. बेटियों का उत्पीड़न हो रहा है और समझौता न करने पर आपकी पार्टी के लोग हत्या करवा रहे हैं. आपने देश को बेटियों के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित बना दिया है. और हर बार की तरह आप (PM मोदी) इस बार भी दरिंदों के साथ खड़े होंगे- ये देश जानता है.”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर एक पोस्ट में दावा किया कि चाचा पर पांच लोगों ने हमला किया, जो उन पर पुराने मामले में समझौता करने का दबाव बना रहे थे। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है। उनके पास गृह विभाग भी है। यह संकट सिर्फ सागर में ही नहीं, बल्कि राज्य के हर जिले में है। कानून व्यवस्था मजाक बनकर रह गई है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं और सरकार चुप है।’
हालांकि, भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि राज्य सरकार ने मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं। ‘सरकार ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। हम कानूनी प्रक्रिया के तहत काम करते हैं। परिवार को न्याय मिलेगा।’