यूपी सिपाही भर्ती पेपर लीक मामला में बृहस्पतिवार को मेरठ STF ने दो और आरोपी अजीत कुमार उर्फ अजीत चौहान पुत्र राजदेव चौहान निवासी दुहावर बिदोरी थाना नवडिया जौनपुर तथा अजय कुमार चौहान पुत्र त्रिवेणी चौहान निवासी दुहावर बिदोरी,थाना नवडिया जौनपुर को बृहस्पतिवार शाम को पल्लवपुरम थाना क्षेत्र में मोदीपुरम फ्लाईओवर के पास से गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों के पास 17 और 18 फरवरी को हुई परीक्षा के दो प्रश्न-पत्र और एक प्रश्न पत्र की उत्तरकुंजी और एक स्कार्पियो बरामद हुई है। दोनों आरोपी पर विभिन्न प्रदेशों में तमाम परीक्षाओं के पेपर आउट करवाने की बात पुलिस कह रही है साथ ही STF दोनों से पूछताछ कर रही है।पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि दोनों अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर विभिन्न प्रदेशों की विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के पेपर आउट करा चुके हैं।
दोनों आरोपियों के कोलकाता, पश्चिम बंगाल आदि प्रदेशों की कई प्रिंटिंग प्रेसों में संपर्क हैं। प्रेसों में कार्यरत कर्मियों की सहायता से वे भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र लीक कराते रहे हैं।आरोपी अजीत चौहान द्वारा दूसरे नाम पते से एक फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखा है, जिसमें उसने अपना नाम आनंद कुमार पुत्र लोटू निवासी तराव दानगंज, थाना चोलापुर, वाराणसी रखा हुआ है। इस आधार कार्ड का इस्तेमाल अजीत भर्ती परीक्षाओं के पेपर आउट कराने के संबंध में आने जाने के लिए फ्लाइट, ट्रेन बुकिंग एवं ठहरने के लिए होटल आदि के लिए करता था।
अजीत चौहान व अजय चौहान ने मोनू शर्मा उर्फ मोनू पंडित पुत्र महावीर निवासी अभयपुरा थाना नौझील मथुरा के साथ पार्टनशिप में बनारस में बीएमएल सॉल्यूशन के नाम से कंप्यूटर लैब भी चलाई थी। मोनू शर्मा उर्फ मोनू पंडित के साथ मिलकर हरियाणा में साल 2021-22 में आयोजित वेटनरी की परीक्षा का पेपर भी आउट कराया था जो बाद में निरस्त हो गया।साल 2018 में उत्तर प्रदेश एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर भी अजीत चौहान व अजय चौहान ने अपने साथियों के साथ मिलकर ब्लोसिंग स्क्वायर प्रा.लि. प्रेस कंपनी कोलकाता पश्चिम बंगाल से लीक कराया था, जिसके संबंध में थाना चोलापुर जनपद वाराणसी पर पंजीकृत मुकदमे में दोनों जेल गए थे।
साल 2024 में बिहार में बीपीएससी द्वारा आयोजित टीआरआई-3 शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर भी अजीत चौहान ने अपने साथियों के साथ मिलकर आउट कराया था, जिसके संबंध में पटना बिहार में अभियोग दर्ज है।अजीत चौहान व अजय चौहान अपने साथी मोनू ढाकला, मोनू शर्मा उर्फ मोनू पंडित, रोबिन एवं गौरव चौधरी के साथ मिलकर माह फरवरी 2024 में आयोजित उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा का आउट पेपर अभ्यार्थियों को नेचनर वेली रिसॉर्ट मानेसर हरियाणा में ले जाकर पढ़वाया था।
इतने कारनामे फिर भी बाहर कैसे चौहान ?
उपर्युक्त विवरण के यह पता चलता है कि दोनों पेपर लीक मामले के बड़े खलाड़ी है लेकिन कैसे ? आखिर इनके पीछे किसका हाँथ है ? कई राज्यों में मामले दर्ज और कई बार जेल जाने के बाद भी इतनी आसानी से समाज में कैसे घूम रहे है ? लाखों छात्रों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे आरोपी खुले आमा घूम रहे है जैसे कुछ हुआ ही नहीं ? या फिर ये दोनों एक मोहरे है जिनके किसी राजनैतिक या अन्य गैंग द्वारा चुनाव से पहले छात्रों का गुस्सा शांत करने के लिए प्रयोग किया गया है।