लखनऊ। बॉलीवुड के जाने माने लेखक व निर्देश सनोज मिश्रा हमेशा जमीनी मुद्दों पर आधारित फ़िल्म बनाने के लिए विख्यात है इन्होंने आपने पूरे करियर में सच्ची घटनाओं पर आधारित फ़िल्मों का ही निर्माण किया है । वही इनकी आने वाली फ़िल्म “द डायरी ऑफ़ वेस्ट बंगाल” है जिसका प्रीमियर मुंबई में ना करके उत्तरप्रदेश के चित्रकूट धाम से किया गया था जबकी इस फ़िल्म के गानें भी जी म्यूजिक पर रिलीज़ किये जा चुके है और यह फ़िल्म 30 अगस्त को देश समेत विदेशों में रिलीज़ होगी। साथ ही सनोज मिश्रा के मुताबिक यह फ़िल्म देश की कई अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में रिलीज़ करने की तैयारी है।
बात करे फ़िल्म की कहानी की तो यह पूरी तरह सच्ची घटना पर आधारित है यह बंगाल के समृद्ध इतिहास के साथ ही जटिल सांस्कृतिक गतिशीलता में डूबे क्षेत्र के केंद्र में गहराई से उतरती है। म्यांमार के रोहिंग्या शरणार्थियों और बांग्लादेश के अवैध घुसपैठियों की पृष्ठभूमि के साथ, फिल्म पश्चिम बंगाल में जीवन की एक ज्वलंत तस्वीर पेश करती है, जो इस क्षेत्र की परंपराओं को इसकी आधुनिक चुनौतियों के साथ जोड़ती है।साथ ही श्री मिश्रा ने कहा की द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ में,मेरा उद्देश्य रूढ़ियों को पार करना और एक सूक्ष्म कथा प्रस्तुत करना था जो इस क्षेत्र की सांस्कृतिक और भावनात्मक गहराई को दर्शाता है।
इस फ़िल्म के स्टार कास्ट की बात करे तो इसमें मुख्य भूमिका में अर्शिन मेहता, गौरी शंकर और यजुर मारवाह है और निर्माता जितेंद्र नारायण सिंह (सैयद वसीम रिज़वी) है। साथ ही सनोज मिश्रा के मुताबिक इस फ़िल्म को बनने से लेकर रिलीज़ तक अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ा जिसमें इनके ऊपर बंगाल सरकार ने अनगिनत मुक़दमें लिखाएं,साथ ही धमकियों भरे कॉल व ई-मेल्स भी पाकिस्तान से आने का दावा किया है। वही इस फ़िल्म से पहले भी इन्होंने अपनी चर्चित फिल्मों के जरिय हिंदी सिनेमा में अपनी पहचान बनाई जिसमें ओमपुरी के साथ गांधीगिरी बनाई जोकि इनके ग्रहजनपद रायबरेली के शिवगढ़ में बनाई और इसके बाद अयोध्या राममंदिर विवाद पर फ़िल्म बनाई जिसका नाम राम जन्मभूमि और फिर काशी टू कश्मीर बनाकर हिंदी सिनेमा में अपना लोहा मनवाया है।